सहारनपुर। नगर निगम ने शहर की एलईडी लाइट व्यवस्था से जुड़ी बड़ी कार्रवाई करते हुए ईईएसएल (Energy Efficiency Services Limited) कंपनी के साथ किए गए दोनों अनुबंधों को समाप्त कर दिया है। निगम ने यह कदम कंपनी द्वारा लापरवाही, समयबद्धता का अभाव, रखरखाव में गड़बड़ी और शिकायतों के बढ़ते मामलों के चलते उठाया है।
नगरायुक्त शिपू गिरि ने ईईएसएल द्वारा प्रस्तुत बिलों की जांच के लिए अपर नगरायुक्त प्रदीप यादव की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की है, जिसे 15 दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
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पथ प्रकाश प्रभारी वी. बी. सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 और 2019 में नगर निगम सहारनपुर ने ईईएसएल के साथ दो अनुबंध किए थे, जिसके तहत शहर में 54,165 एलईडी लाइटें लगाई गईं। अनुबंध की शर्तों के अनुसार, कंपनी को 7 वर्ष तक लाइटों के रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
लेकिन कंपनी ने अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं किया और 48 घंटे के भीतर खराब लाइटें ठीक करने में असफल रही। नागरिकों की लगातार शिकायतों के बाद नगर निगम ने अपने संसाधनों से ही लाइटें और हाईमास्ट फोकस लाइट्स की मरम्मत कराई।
नगरायुक्त ने 23 से 25 सितंबर 2025 के बीच लाइटों का भौतिक सत्यापन कराया, जिसमें मानक से अधिक लाइटें खराब पाई गईं। साथ ही, ईईएसएल के स्थानीय स्टोर में मरम्मत सामग्री और संसाधनों की कमी भी सामने आई। कई नोटिस और अवसर देने के बावजूद कंपनी ने कोई संतोषजनक जवाब या सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की।
पथ प्रकाश प्रभारी के अनुसार, कंपनी द्वारा गलत बिल प्रस्तुत किए गए और अनुबंध की शर्तों का बार-बार उल्लंघन किया गया। इन सभी कारणों के चलते नगर निगम ने जनहित में ईईएसएल के साथ 23 अगस्त 2018 और 27 सितंबर 2019 को हुए दोनों अनुबंधों को समाप्त कर दिया है।
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